166 जोड़े बंधे विवाह बंधन में

गाजीपुर ।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आई टी आई मैदान प्रकाशनगर  में आयोजित किया गया। शादी समारोह का शुभारम्भं मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाग एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप सेे दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सामूहिक विवाह योजना में  कुल 166 जोड़ो का विवाह पूरे विधि विधान के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें एक मुस्लिम जोड़ा भी शामिल था, जिसका मुस्लिम रीति रिवाज से निकाह कराया गया। सामूहिक विवाह के अवसर पर उपस्थित समस्त जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने नव विवाहित वर-वधुओं को उनके वैवाहिक जीवन की मंगल कामना करते हुए शुभकामना दी। सामूहिक विवाह में  नव दाम्पत्य को विवाह प्रमाण पत्र एवं पौध रोपण हेतु आम का पौधा उनके हाथो में दिया गया।


    जिलाधिकारी आर्यका अखौरी  ने नव विवाहित वर-वधुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि नव विवाहित जोड़ो ने 7 फेरे लेकर  एक साथ रहने का जो संकल्प लिया है उसे आजीवन निर्वहन करे। मुख्यमंत्री ने इस योजना के माध्यम से गरीब, मजदूर एवं  असहाय परिवारों को इसका लाभ दिया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देशन में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के महत्वकांक्षी योजना को आगे बढ़ाते हुए उ0प्र0 के बेटियोें को उन्होने अपनी बेटी मानकर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना पूरे प्रदेश में चलाया है, जिसका हम सभी सम्मान करते हैं। आप जीवन में आगे बढ़ें। जिस तरह यहां आज उत्सव हो रहा है वैसे ही आप का जीवन का हर दिन उत्सव भरा हो। उन्होने शादी समारोह में आये हुए वर एवं वधु के परिजनों  के प्रति भी शुभकामना व्यक्त की। जिलाधिकारी ने कहा कि  इस योजना के अन्तर्गत 51 हजार की धनराशि प्रदान किया जा रहा है जिसमें 35 हजार रूपये वधु के खाते में तथा 10 हजार रूपये के उपहार एवं 6 हजार शादी समारोह के आयोजन के लिए दिया जा रहा है। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की शादी कराया जा रहा है। जिसमे लड़के की उम्र 21 वर्ष  एवं लड़की की आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सरिता अग्रवाल ने सामूहिक विवाह के सफल आयोजन पर आभार व्यक्त करते हुए विवाहित नव दाम्पत्य जोड़ो को उनके विवाहित जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से बेटियों को बोझ समझने की जो एक मंशा या सोच रहती है, उन सभी कुरीतियों पर एक प्रहार है यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम। मिल बांट कर एक सादगी से भरे इस कार्यक्रम में परिणय सूत्र में बंध जायें और दहेज प्रथा तथा बेटियों को बोझ समझने की सोच से उबरकर, हम आगे बढ सकें तथा बेटियों को समाज में उनको उचित स्थान दे सकें यही मुख्यमंत्री की मंशा है। आभार मुख्य विकास अधिकारी ने व्यक्त किया किया।


  इस अवसर पर राज्य सभा सांसद प्रतिनिधि डा0अवधेश, मंत्री ओमप्रकाश राजभर के प्रतिनिधि सुरेश राजभर, परियोजना निदेशक राजेश यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव, जिला दिव्यांगजन अधिकारी , एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

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