गाजीपुर। गाजीपुर में बेहतर परिवेश, उद्यम में खुलकर करे निवेश के साथ जनपद के ग्रैन्ड पैलस होटल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट -2023 का आयोजन मुख्य अतिथि बलिया सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह की उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित कर विश्वकर्मा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया । कार्यक्रम में उपस्थित विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चचंल, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र के अधिकारी, जनपद के सम्बन्धित अधिकारी, सभी बैंकों के प्रबन्धक के साथ कर्मचारी भी उपस्थित रहें।
बलिया सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त ने प्रमुख उद्यमियों व अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देश की निर्माण में उद्योगपतियों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। उद्योगपति देश के निर्माण को लेकर आजादी तक कायम करने में आजतक संग्लन रहे हैं। उद्योगपति हमारे देश के बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। देश, शासन एवं प्रशासन और सामाज तीनो के संयुक्त प्रयासों से आगे बढता है। हम भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार तथा गाजीपुर प्रशासन के तरफ से भरोसा दिलाते है कि जनपद के विकास के मार्ग में योगदान दिलाने की उपस्थिति दर्ज करायी है हम स्वागत करते है, आगे बढ़िये पूरा जनपद आपके साथ रहेगा। कोई भी कठिनाई होने पर तत्काल अधिकारियों से सहयोग लें, सहायता पूरी तरह से की जायेगी।
विधान परिषद सदस्य ने उद्बोधन में जिला प्रशासन एवं इन्वेस्टर्स को बधाई देते हुए कहा कि 300 करोड़ का लक्ष्य था जिसके सापेक्ष 17 सौ करोड़ का इन्वेस्ट कर आपसभी ने विश्वास जताया है। जनपद में इन्वेस्ट पहले ही आ जाना चाहिए था। उन्होने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनपद गाजीपुर जैसे पिछड़े जिले में भी 1000 या 1500 सौ करोड़ के उद्योग लगाये जा रहे हैं तथा उन व्यापारियों को भी धन्यवाद दिया जिन्होने जनपद चुना है। आने वाले 2 से 3 वर्ष बाद और उद्यमी आयेंगे जिससे जनपद के युवाओं को यहीं रोजगार मिलेगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि मुझे गर्व है कि हम इस जनपद के हैं। विगत वर्ष पहले गाजीपुर गुण्डा माफियाओं के नाम से जाना जाता था यहां पर इन्वेस्ट करने से लोग डरते थे। जिससे गाजीपुर पिछड़ा रह गया जो भी निवेशक यहां निवेश करना चाहते हैं उनका जनपद में स्वागत है। पूर्वाचल में निवेश से लगभग 30 हजार युवकों को रोजगार मिलेगा।
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने उद्यमियों तथा अधिकारियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि इन्वेस्टमेंट व सुरक्षा व्यवस्था दोनों जरूरी हैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो इससे देश व प्रदेश काफी ग्रस्त है। मुख्यमंत्री ने बेहतर रूप से समझकर पुलिस से यही अपेक्षा की है कि कानून व्यवस्था में सुधार हो जिसमें आज उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री का विजन है कि गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था प्राप्त हो इसके लिए पुलिस कार्यालय में इन्वेस्टमेंट सेल की भी स्थापना किया गया है जिसमें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में जो कार्य उद्यमी कर रहे हैं उन्हें अगर कोई समस्या हो तो अवगत कराएं ताकि उसका निस्तारण कराया जा सके। सभी बाहर से आए हुए उद्यमी अपना उद्योग स्थापित करें कोई भी समस्या होगी तो पुलिस प्रशासन आपके सहयोग में हमेशा तत्पर रहेगा।
जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि गाजीपुर में आने पर मुझे बहुत खुशी हुई और हर्ष का विषय है कि श मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में 10 से 12 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट लखनऊ में आयोजित की जा रही हैं देश के उद्योगपति इन्वेस्ट करेगे। उसी के क्रम में आज जनपद में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है। ये धरती तपश्वियो, ऋषियों की रही है यहां से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग सेना में रहते हैं। जनपद पिछ़ले दशकों से बहुत परिवर्तित गाजीपुर है जिसका परिणाम है कि आज इन्वेस्टर्स समिट आयोजित हो रही है। हमे लक्ष्य 300 सौ करोड़ का मिला था उससे तीन गुना से अधिक निवेश प्राप्त हुआ है। जो नन्दगंज में चीनी मिल बन्द है उसको उद्योग के कार्य में लाया जा सकेगा। कार्यक्रम मे निवेश पोर्टल पर आन लाईन करने वाले उद्यमियों को जिलाधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
प्रदेश सरकार की अर्थव्यवस्था 01 ट्रिलियन डालर करने हेतु कटिबद्ध है। यह तभी सम्भव है जब प्रदेश में निवेश होगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु आज जनपद गाजीपुर में भी जनपद स्तरीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है। गाजीपुर का परिवेश भौगोलिक कच्चे माल एवं मानव संसाधन की उपलब्धता के दृष्टिकोण से बेहतर है। जनपद परिवहन के दृष्टिकोण से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे द्वारा राजधानी से जुड़ा है। एन एच-24 से बिहार प्रान्त तथा वाराणसी से जुड़ा है। एन एच-24 द्वारा गोरखपुर तथा वाराणसी रिंग रोड के माध्यम सेे अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लालबहादुर शास्त्री बाबतपुर से जुड़ा है। रेलवे द्वारा भी दिल्ली, मुम्बई, गुजरात तथा अन्य प्रान्तो से जो कच्चे माल के आयात एवं उत्पादित माल के निर्यात से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं से जुड़ा है। गाजीपुर जनपद से राष्ट्रीय जलमार्ग भी वाराणसी और पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट से जुड़ गया है। जनपद कृषि प्रधान जिला है, यहां विभिन्न प्रकार के अनाज एवं सब्जियां पैदा होती हैं जो कृषि आधारित उद्योगों में निवेश हेतु एक बेहतर अवसर प्रदान करती है। मानव संसाधन की दृष्टि से गाजीपुर की जनसंख्या लगभग 44 लाख है, जिससे लगभग 65 प्रतिशत व्यक्तियों की औसत आयु 18-40 वर्ष के मध्य में है। शासन द्वारा जनपद में एम०एस०एम०ई० विभाग को 300 करोड़ के निवेश का लक्ष्य दिया गया है, जिसके सापेक्ष 76 निवेशकों द्वारा 378 करोड़ निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है, इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों को मिलाकर जनपद में कुल 138 निवेशकों द्वारा 1752.63 करोड़ रूपये के निवेश का प्रस्ताव इन्वेस्ट यू०पी० के पोर्टल निवेश सारथी पर पंजीकृत कराया जा चुका है। जनपद के बेहतर औद्योगिक परिवेश को देखते हुए और भी निवेश की सम्भावनाएं है। हम सबको मिलकर जनपद गाजीपुर को औद्योगिक दृष्टि से गाजियाबाद बनाने का प्रयास करना होगा, जिससे जनपद की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ-साथ रोजगार में वृद्धि हो सके तथा जनपद वासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस 24-26 जनवरी तक तीन दिवसीय कार्यक्रम रायफल क्लब के परिसर में आयोजित किया जा रहा है।
इस अवसर पर सरिता अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका अध्यक्ष, अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व, उद्यमी बशिष्ठ यादव, प्रबन्धक सुखबीर एग्रो, अक्षय कुमार दूबे, प्रदीप कुमार सिंह, कृष्ण मुरारी राय, अखिलेश राय, सरोज राय के साथ अन्य उद्यमी उपस्थित रहेे। कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केन्द्र के एसीटी सुभाष प्रसाद ने किया तथा कार्यक्रम में समापन मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता ने किया।
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