गंगा पर प्रस्तावित पुल को लेकर गरमा रही सियासत

गाजीपुर। लगता है दो बड़े गांवों और इलाके के लोगों को आमने सामने खड़ा कर दिया जाएगा। माहौल गरमाने की कोशिश की जा रही है। सरकार की खामोशी इसको और हवा दे सकती है। लेकिन सोशल मीडिया, मीडिया से मामले में आने वाली गर्मी और तल्खी को महसूस किया जा सकता है।
गंगा नदी पर पुल के निर्माण का प्रस्ताव है। यह पुल गाजीपुर और बक्सर के बीच किसी स्थान पर बनने की बात हो रही है । गाजीपुर और बक्सर में गंगा नदी पर पक्का पुल है।दोनों शहरों के मध्य दो पीपा पुल हैं। एक रामपुर-सेमरा और दूसरा बीरपुर-बारा। इन दोनों पुलों से लाभान्वित होने वाले गांवों के लोग चाहते हैं कि पक्का पुल उनके यहां ही बने। दोनों पक्षों के अपने अपने तर्क और जरुरतें हैं। हालांकि शासन स्थान निश्चित करते हुए यह जरूर देखेगा कि कहां पुल बनाना सर्वाधिक उपयोगी होगा। यदि केवल इसके नाम पर राजनीति करनी होगी तो वह अलग बात है। बक्सर और गाजीपुर में पहले से ही पुल होने के कारण सर्वाधिक उपयोगी तो इन दोनों शहरों के मध्य का स्थान सर्वाधिक उपयोगी होगा ऐसा जानकारों का कहना और मानना है। लेकिन एक तरफ गहमर,बीरपुर,बारा और दूसरी तरफ रेवतीपुर, शेरपुर,सेमरा, रामपुर और उनके साथ लगे छोटे गांवों में सरगर्मी बढ़ाई जा रही है।आंदोलन की तैयारियां और चेतावनियां जारी होने लगीं हैं।

रेवतीपुर विकास मंच ने मांग की है कि शेरपुर रेवतीपुर प्रस्तावित पक्का पुल का निर्माण रामपुर पीपा पुल के पास ही होना चाहिए । वीरपुर गहमर किसी भी तरह से उचित नहीं है। शेरपुर रामपुर साधोपुर और रेवतीपुर होते हुए एन एच से जोड़ना उचित होगा।
इसके कई लाभ हैं।
पहला गंगा कटान पर नियंत्रण होगा।दूसरा यूसूफपुर बाजार की उपयोगिता बढ़ेगी।तीसरा
मुहम्मदाबाद, जमानियां और सेवराई तहसील सीधे जुड़ जायेंगे।
चौथा गंगा के थोड़े से बाढ़ में जलमग्न होने वाले भूभाग तक तुरन्त जल नहीं पहुंच पाएगा।
पांचवां जमानियां और सेवराई तहसील के सब्जी विक्रेताओं की पहुंच लखनऊ तक हो जाएगी।
छठवां शेरपुर और अन्य गावों के लोगों की खेतीबाड़ी जो गंगा इस पार जलालपुर,अठहठा और उधरनपुर तक फैली हुई है उन लोगों की पहुंच में हो जायेगी। जिससे गरीबी और भूखमरी दूर होगी। जबकि वीरपुर बारा से जोड़ने पर तुलनात्मक रूप से इस पुल और सड़क की उपयोगिता कम होगी। पुल और सड़क पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और हैदरिया से एन एच 124सी को जोड़ने वाले पुल और सड़क को शेरपुर साधोपुर और रेवतीपुर होते हुए 124सी में मिलाना चाहिए। अगर ऐसा नही होगा तो रेवतीपुर विकास मंच ने एलान किया है कि जल्द ही एक बड़ा जन आंदोलन होगा। लोग सड़कों पर चक्का जाम करेंगे।

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