ग़ाज़ीपुर। बाल स्वास्थ्य पोषण माह में 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित किया जाता है। विटामिन ए की खुराक से बच्चों को कई रोगों से बचाया जा सकता है। बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदाबाद पर ब्लाक प्रमुख अवधेश राय के प्रतिनिधि के द्वारा बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाकर शुरू किया गया। अभियान पूरे जनपद में एक माह तक चलाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले में बाल स्वास्थ्य पोषण माह की पूरी तैयारी कर ली गई है। यह अभियान साल में दो बार चलाया जाता है। अभियान का पहला चरण जुलाई में चलाया जा रहा है। इसमें नौ माह से पाँच साल तक के बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन ए से लाभान्वित किया जाएगा। टीकाकारण सत्रों, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) व शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्रों में नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित मात्रा में विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।
अभियान के तहत नौ माह से पाँच वर्ष तक के करीब 4.11 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में भेज दी गई है। अभियान के अंतर्गत बच्चों का वजन लेना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान, उसके बाद स्तनपान के साथ अनुपूरक अर्ध ठोसाहार, गर्भवती को आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करना है। बच्चों के नियमित टीकाकरण पर भी ज़ोर दिया जाएगा। अभियान में कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम के नियमों का आवश्यक रूप से पालन कराया जाएगा ।
कार्यक्रम में शामिल ग्राम प्रधान कोठिया प्रिती राय द्वारा बताया गया कि हम अपने बच्चों को पौष्टिक एवं विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ ही दें। उनके भोजन में हरे पत्तेदार सब्जी, फलों एवं सलाद का सेवन कराएं।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशीष राय ने बताया कि उनके ब्लॉक में 36 उपकेंद्रों पर 91 ग्राम सभाओं में माइक्रो प्लान के अनुसार क्षेत्रिय एएनएम के द्वारा आशा कार्यकर्ता एवं आगनबाडी कार्यकर्ता के सहयोग से सभी 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को उम्र के अनुसार डोज पिलाई जायेगी । यह खुराक बच्चों को रतौंधी समेत कई अन्य बिमारियों से बचाता है। विटामिन ए वसा में घुलनशील है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाती है,जो हमारे बच्चों के लिए अतिआवश्यक है।
विटामिन ए की कमी से बच्चों में नजर का कम होना, रूखी आंख , रूखी त्वचा और त्वचा से संबंधित अन्य समस्या भी आ सकती है। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त और कुपोषण जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। जो जानलेवा साबित होती हैं।
कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार ने किया।उन्होंने बताया कि यह अभियान 3 अगस्त से 30 अगस्त तक प्रत्येक वीएचएनडी सत्रों पर किया जायेगा। जिसमे एएनएम यासमीन, सीएचओ अजय कुमार ,अनुराधा कुशवाहा, प्रभुनाथ भारद्धाज जिला कार्यक्रम प्रबंधक एन एच एम, रामप्रवेश जिला एम एच कंसलटेंट, चाई के मणिशंकर यूएनडीपी से प्रवीण उपाध्याय क्षेत्रीय आगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।