पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराएं व्यापारी


गाजीपुर ।उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में जिला स्तरीय सेंसटाइजेशन वर्कशाप का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने द्वीप प्रज्वलित कर रायफल क्लब सभागार से किया। कार्यशाला के शुभारम्भ के अवसर पर व्यापार मण्डल/उद्योग बन्धु/ए0एस0आई0 की कम्पनियॉ/पेट्रोल पम्प संगठन/श्रमिक संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर बनाने के सम्बन्ध में व्यापारियों के साथ विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। विभिन्न सेक्टर्स का जी0वी0ए0 आंकलन करने हेतु प्रदेश में विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण यथा संचालित हैं। सर्वेक्षणों से प्रदेश में संचालित विकासोन्मुख योजनाओं में हो रहे निवेश के दृष्टिगत विनिर्माण, व्यापार एवं अन्य सेवा क्षेत्र में परिलक्षित हो रहे विकास की वास्तविक स्थिति के अनुरूप आंकड़े संग्रहित हो रहे हैं। जो उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान की दिशा में भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान हैं। कार्यशाला और जागरूकता अभियानों का आयोजन करके प्रदेश में राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय और अर्थ एवं संख्या प्रभाग द्वारा कराये जा रहे इन सर्वेक्षणों के बारे में जागरूकता बढाने के लिए कदम उठाना अति आवश्यक है। इन कार्यशालाओं में हितधारक अर्थात-परिवार, कारखाने, दुकानें, छोटे व्यवसाय, स्वास्थ्य देखभाल इकाइयाँ, क्लब, शिक्षा संस्थान, कानूनी और परिवहन संगठन आदि को यह आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि उनके द्वारा साझा की गई जानकारी का उपयोग उनकी व्यक्तिगत पहचान उजागर किए बिना केवल सांख्यिकीय उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साँख्यिकीय रूप से सही आंकड़े उपलब्ध कराने के उपरान्त ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाया जा सकता है तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर कराये जाने वाले सर्वेक्षण कार्यों में वांछित आंकडे उपलब्ध कराने के सहयोग करने की अपील की।
वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी क्षेत्रीय कार्यालय एन०एस०ओ०, द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कराये जा रहे विभिन्न सेक्टर्स का जी0वी0ए0 आंकलन करने हेतु प्रदेश में विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण यथा संचालित हैं। जिनके आंकड़ों के संग्रह से सम्बन्धित बारीकियों से अवगत कराया गया साथ ही व्यापारियों से सहयोग की अपील की गयी जिससे कि प्रदेश की जी०वी०ए० का सही आंकलन किया जा सके।
रामनरायन, उप निदेशक (अर्थ एवं संख्या). वाराणसी मण्डल, वाराणसी द्वारा व्यापारियों को आश्वास्त किया गया कि सर्वेक्षणों में जो डेटा आपके द्वारा उपलब्ध कराया जाता है उसको पूर्णतः गोपनीय रखा जाता है उन्होने व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि वे अपने सुझाव लिखित रूप से जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में भी उपलब्ध करा सकते हैं, जिनको संकलित कर राज्य सरकार को प्रेषित किया जा सके साथ ही अवगत कराया कि सर्वेक्षित डेटा का उपयोग केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा नयी नीति निर्धारण में उपयोग किया जायेगा।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी चन्द्रशेखर प्रसाद ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कार्यशाला में उपस्थित समस्त प्रतिभागियो से अनुरोध किया कि सर्वेक्षण से संबंधित सांख्यकीय आंकड़ों की सूचना ससमय उपलब्ध कराने कष्ट करें, जिससे कि प्रदेश की अर्थ व्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर बनाये जाने में जनपद स्तर पर किये जाने वाले प्रयासों को सकारात्मक रूप दिया जा सके। व्यापारी संगठनो द्वारा बताया गया कि जी०एस०टी० का नोटिस छोटे-छोटे व्यापरियों को न भेजा जाये जो व्यापारी जी०एस०टी० के अन्तर्गत आता है केवल उसे ही नोटिस भेजा जाये। व्यापारियों द्वारा अवगत कराया गया कि बैंकों द्वारा व्यापारी संवर्ग को आसानी से व्यापार करने हेतु लोन ससमय उपलब्ध नहीं कराया जाता है।
उपायुक्त, उद्योग एवं उद्योग प्रोत्साहन केन्द्र प्रवीण कुमार मौर्य ने सभी व्यापारी बन्धुओं से अनुरोध किया कि केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा एक पोर्टल जनरेट किया गया है जिस पर आपके द्वारा रजिस्ट्रेशन कराने पर विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान किये जायेंगे। अतः जिन व्यापारियों द्वारा उक्त पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है वो जल्द रजिस्ट्रेशन कराने का कष्ट करें। कार्यशाला के दौरान सहायक निदेशक कारखाना वाराणसी मण्डल वाराणसी, एम0एस0ए प्रभारी भारत सरकार, अपर संख्याधिकारी शैलेन्द्र मिश्र, रमेश कुमार गौतम, संतोष कुमार, अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारी  एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

Check Also

राजस्व वसूली पर ध्यान दें अधिकारी

                              …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *