
गाजीपुर । जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को राज्यपाल को संबोधित पत्रक जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा है। इस कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील राम ने अफसोस जताते हुए बताया कि इस पत्रक में स्कूलों द्वारा हर साल नए सत्र में मनमानी फीस वृद्धि पर रोक लगाने और स्कूलों से सेट दुकानों से कॉपी, किताब और यूनिफॉर्म खरीदने की बाध्यता को समाप्त करने और पेट्रोलियम पदार्थों के साथ रसोई गैस को सस्ता करने की मांग की गई है। जिसे सरकार हर बार कह कर नहीं कर पाती।उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि और प्राकृतिक आपदा से किसानों के हुए नुकसान का तत्काल मुआवजा दिया जाए, इस पर तत्काल कार्यवाही जनहित में आवश्यक है। शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने कहा कि हर साल स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि पर सरकार तत्काल प्रभाव से रोक लगाए और रसोई गैस सस्ता करे, इसकी मांग राज्यपाल के माध्यम से की गई है। पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे ने कहा कि स्कूलों द्वारा सेट दुकानों से कॉपी किताब खरीद पर रोक लगाई जाए और इस बाध्यता को समाप्त करने की मांग की । महंगाई और भ्रष्टाचार पर बीजेपी सरकार को फेल बताते हुए भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए भ्रष्टाचार और महंगाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की ।
प्रवक्ता अजय श्रीवास्तव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें कम होने के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों और रसोई गैस की कीमतें बढ़ गई हैं जिसे तत्काल जनहित में कम किया जाना चाहिए। कांग्रेस के अन्य वक्ताओं ने सरकार से कहा है कि इस पर शीघ्र एक्शन लिया जाए अन्यथा कांग्रेस पार्टी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी।
भाजपा सरकार में महंगाई और भ्रष्टाचार की आलोचना करते हुए राज्यपाल से तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की मांग की है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से ज्ञान प्रकाश सिंह मुन्ना ,सुमन चौबे, राजीव कुमार सिंह ,राम नगीना पांडे, राजेश गुप्ता , सदानंद गुप्ता ,संजय साहू ,माधव कृष्ण ,सुशील कुमार सिंह, कृष्णानंद तिवारी ,विजय शंकर पांडे ,राजेश उपाध्याय ,आलोक यादव ,ओम प्रकाश पांडे, आशुतोष सिन्हा ,लखन श्रीवास्तव, अजय कुमार दुबे, ओम प्रकाश पासवान ,पारस उपाध्याय ,शंभू कुशवाहा, साजिद खान ,राशिद , अब्दुल्ला मास्टर, इस्लाम मास्टर, रईस अहमद ,शक्ति आनंद ,प्रमोद विश्वकर्मा, मीरा चौबे ,दिव्यांशु पांडे ,राहुल मौर्य ,देवेंद्र सिंह ,पांचू बिंद आदि लोग उपस्थित रहे।