
गाजीपुर! “नैतिकता दिवस” 31मार्च रविवार को “विराट व्यक्तित्व के धनी: सिद्धेश्वर बाबू”पुस्तक का लोकार्पण हुआ। पुस्तक का संपादन कवि व साहित्यकार माधव कृष्ण ने किया है। सिद्धेश्वर प्रसाद जन सेवा संस्थान, लंका के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय के प्रो.निरंजन कुमार यादव ने कहा कि
व्यक्तियों के इतिहास से ही देश का इतिहास बनता है। देश में जिसने जितना बड़ा त्याग किया है वह उतना महान है। त्याग भी वही महान होता है जो नीतिगत, न्याय पूर्ण तथा लोकहित में हो।

विशिष्ट अतिथि मुरली छपरा महाविद्यालय के प्रो.शिवेश राय ने कहा कि गुलामी के कालखंड हम भारतीयों को नेतृत्व प्रदान करने वाला कोई सक्षम व्यक्ति नहीं था, ऐसे समय में बीज से विराट वटवृक्ष बनते सिद्धेश्वर बाबू के व्यक्तित्व ने अपना गहरा छाप छोड़ा।
डा. ऋचा राय ने कहा कि जो आदर्श समाज में बदलाव नहीं कर सकते उनका आज के दौर में कोई मूल्य नहीं है, साथ ही सिद्धेश्वर बाबू के व्यक्तित्व पर आधारित पुस्तक को नयी पीढ़ी के लिए उपादेय बताया।
स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर के पूर्व आचार्य प्रो.श्रीकांत पाण्डेय ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि आजादी का दौर खोने का था, जबकि आज का दौर पाने का है। सिद्धेश्वर बाबू सिद्धांतवादी अधिक थे जबकि व्यवहारिक कम। उन्होंने लोकार्पित पुस्तक को प्रेरणादायक बताया जो भावी पीढ़ी के हृदय को परिष्कृत कर सकती है।
कार्यक्रम में अखिलेश राय, अविनाश प्रधान, संजय कुमार पत्रकार,रमा शंकर राय, विजय नारायण तिवारी, सूर्य कुमार सिंह पत्रकार, जितेन्द्र नाथ राय,डा रणविजय सिंह, राम नाथ ठाकुर, डाक्टर दिनेश कुमार सिंह आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया तथा विनोद कुमार सिंह, शशि भूषण राय, अखिलेश कुमार यादव, प्रमोद कुमार राय, सच्चिदानंद सिंह, घनश्याम लाल श्रीवास्तव, जितेन्द्र कुमार सिंह, निशीथ सिंह, रघुवंश नारायण सिंह,प्रेम शंकर राय, संजय कुमार राय,विनय राय,एच.एन.एस.यादव, अच्युतानन्द राय,जोखू राय, राकेश राय एवं सत्यनारायण शुक्ल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में सभी लोगों ने श्री सिंह के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया।संचालन कवि दिनेश चंद्र शर्मा व ऋचा राय ने किया तथा कार्यक्रम में आए सभी लोगों के प्रति संयोजक/प्रबंधक अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने किया।
