नहीं रहे जनपद की बौध्दिक जगत में पहचान बनाने वाले डा.पीएन सिंह

गाजीपुरः देश के प्राख्यात बुध्दिजीवी, विद्वान ,प्राध्यापक डा. पीएन सिंह का रविवार की शाम निधन हो गया।सिंह हास्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली।उनके निधन की सूचना मिलते ही लोगों में शोक छा गया।उनका शव शहर के गौतम बुद्ध नगर कालोनी में उनके आवास पर लोगों के दर्शनार्थ रखा गया है।उनकी उम्र लगभग 82 वर्ष थी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार अंतिम संस्कार 11 जुलाई की सुबह दस बजे गाजीपुर श्मशानघाट पर होगा।
डा.पीएन सिंह मुहम्मदाबाद तहसील के वासुदेवपुर के मूल निवासी थे।वह पीजी कॉलेज गाजीपुर में अंग्रेजी के प्राध्यापक रहे।अपने इर्दगिर्द उन्होंने बौध्दिकों की जमात खड़ी की थी।देश के और खास कर हिन्दी क्षेत्र के सभी विद्वानों से उन्होंने जनपद को रुबरु कराया।बौध्दिक क्षेत्र में वह जनपद की पहचान बन चुके थे।समकालीन सोच परिवार की स्थापना कर उन्होंने जनपद को बौध्दिक विमर्श से जोड़ा।समकालीन सोच पत्रिका का अनवरत 32 वर्षों से प्रकाशन करा रहे थे।अनेक पुस्तकों के लेखन के साथ उन्होंने संपादन भी किया। गत एक जुलाई को डा.पीएन सिंह रचनावली का विमोचन लंका मैदान में हुआ था। जिसमें विभूति नारायण राय, प्रो.अवधेश प्रधान, प्रो.सदानंद शाही,डा.रामसुधार सिंह, प्रो.चंद्र देव यादव जैसे विद्वानों का जमावड़ा हुआ था।

Check Also

राजस्व वसूली पर ध्यान दें अधिकारी

                              …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *