अधिक से अधिक करें स्क्रीनिंग

गाज़ीपुर। जनपद के गोरा बाजार स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान समस्त 16 प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक (बीपीएम) और ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (बीसीपीएम) को प्रशिक्षित किया गया।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देशन व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देश दीपक पाल के नेतृत्व में सभी प्रतिभागियों को निक्षय पोर्टल 2.0 पर टीबी नोटिफिकेशन व निक्षय पोषण योजना की सही फीडिंग, ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग, नोटिफिकेशन और टीबी मुक्त भारत के तहत निर्धारित किए गए 11 मानकों पर लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग करने पर ज़ोर दिया। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ मनोज कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) डॉ मिथलेश कुमार सिंह, जिला पीपीएम समन्वयक अनुराग कुमार पाण्डेय एवं डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ वीजी विनोद ने करीब 35 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया। डीटीओ डॉ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शासन समेत जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश के क्रम में जनपद में टीबी नोटिफिकेशन बढ़ाने पर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। इसके लिए समय-समय पर अभियान और विशेष शिविर लगाकर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। ब्लॉक सीएचसी-पीएचसी के समस्त स्टाफ समेत एनटीईपी के सभी कर्मी और स्वास्थ्यकर्ताओं को लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाना हम सभी की प्राथमिकता है।
डीपीसी डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण में बीपीएम को निक्षय पोर्टल 2.0 और निक्षय पोषण योजना को लेकर की जा रही फीडिंग की सही मॉनिटरिंग की जानी चाहिए, जिससे जनपद की उपलब्धि बेहतर प्रदर्शित हो। बीसीपीएम को समुदाय में लोगों की ज्यादा से ज्यादा टीबी स्क्रीनिंग, नोटिफिकेशन और टीबी स्कोर के लिए निर्धारित मानकों को लेकर लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग हर माह समय से की जाए। टीबी स्कोर से ही जनपद की रैंकिंग निर्धारित की जाती है। इसके अलावा आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के टीबी उन्मूलन कार्यों की भी मॉनिटरिंग की जाए। सामुदायिक स्तरीय बैठकों में लोगों के बीच टीबी के लक्षण, कारण, स्क्रीनिंग, जांच, उपचार व निक्षय पोषण योजना के तहत रोगियों को उपचार के दौरान हर माह दिए जा रहे 500 रुपये के बारे में भी ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए। टीबी के सम्पूर्ण उपचार व इलाज अधूरा न छोड़ने के बारे में भी जानकारी दी जाए।
कासिमाबाद ब्लॉक की बीसीपीएम शमा परवीन ने बताया कि प्रशिक्षण में टीबी के नोटिफिकेशन बढ़ाने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग जांच व उपचार के बारे में जानकारी दी गई। जन जागरूकता पर भी ज़ोर दिया गया। अब वह ब्लॉक पर जाकर समस्त स्वास्थ्यकर्मियों, सीएचओ और आशाओं को इसके बारे में विस्तार से बताएंगी जिससे वह लोगों को जागरूक कर सकें। देवकली ब्लॉक के बीपीएम प्रदीप कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण में निक्षय पोर्टल और निक्षय पोषण योजना के सही फीडिंग को लेकर मिली जानकारी के बारे में वह डाटा ओपरेटर व अन्य संबन्धित स्वास्थ्यकर्मी को इसकी जानकारी देंगे, जिससे रिपोर्टिंग बेहतर हो सके।

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