150 की नौकरी जाने का खतरा

ग़ाज़ीपुर । कोविड-19 के अंतर्गत कार्यरत आउट सोर्स कर्मचारियों के सेवा अवधि का आगे विस्तार नहीं किए जाने के चलते उनकी सेवा समाप्त होने की नौबत आ गई है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश लखनऊ को अपनी सेवा अवधि आगे बढ़ाए जाने के संदर्भ में एक पत्र सौंपा।

आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राघवेंद्र शेखर सिंह ने बताया कि कोविड-19 के अंतर्गत जनपद में करीब 150 कर्मचारियों के नियुक्ति आउटसोर्सिंग के रूप में विभिन्न पदों पर किया गया था। जिस के संदर्भ में कार्मिकों का सेवा 30 जून तक किये जाने का निर्देश दिया गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा सेवा प्रदाता सिल्कन बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी कर कोविड-19 के अंतर्गत कार्यरत कार्मिकों की सेवा को 30 जून के बाद आवश्यकता ना होने के दृष्टिगत आपूर्ति वापस लिए जाने एवं समस्त अधीक्षक एवं प्रभारी अधिकारी को निर्देशित कर कोविड-19 के अंतर्गत कार्यरत कार्मिकों के कार्यों को 30 जून के बाद नहीं लिए जाने हेतु आदेश दिया गया है। इस निर्णय के बाद अब कोविड-19 के अंतर्गत कार्यरत कार्मिक बेरोजगार हो जाएंगे । जबकि कोविड काल के दौरान कोविड-19 के अंतर्गत समस्त कार्मिकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए पूरे लगन से अपने पद पर कार्य किए। उनके लगन से किए गए कार्यों के कारण ही कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सका।

उन्होंने बताया कि पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि कोविड-19 के अंतर्गत कार्य समस्त कार्मिकों की सेवा अवधि का विस्तार करते हुए इनकी सेवा को आगे भी जारी रखा जाए अथवा इनको किसी अन्य कार्यक्रम से समायोजित किया जाय। इनको सेवा से वंचित ना किया जाए। उपरोक्त समस्त कार्मिक पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हैं इसलिए इनकी सेवा समाप्त करने के बजाए इनसे आगामी कार्यक्रम में सेवा लिए जाने का अनुरोध किया गया है।

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