प्राचार्य राघवेंद्र पांडेय को शिक्षा विभूषण सम्मान

गाजीपुर। हिन्दी केंद्रीय विभाग, त्रिभुवन विश्विविद्यालय काठमाण्डू, नेपाल और शिक्षक-शिक्षा विभाग श्री राम तिलक कॉलेज आफ एजुकेशन ,जहानाबाद (बिहार ) और ‘हिमालिनी’ कृष्ण चंद्र मिश्र पब्लिकेशन काठमांडू , नेपाल के संयुक्त तत्त्वावधान में “वैश्विक परिदृश्य में शिक्षा,साहित्य,संस्कृति और समाज की भूमिका ” विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 03 और 04 अप्रैल को त्रिभुवन विश्विविद्यालय काठमाण्डू, नेपाल के सिनास भवन के ‘राजा जनक’ सभागार में आयोजित हुई।

अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी में पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य प्रोफे० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने “भारत-नेपाल सांस्कृतिक संबंधों का सुरक्षात्मक महत्व” पर अतिथि वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस संगोष्ठी में प्रोफे० पाण्डेय को शिक्षा, साहित्य, संस्कृति और भाषा के क्षेत्र में दिए गए महत्वपूर्ण अवदान के लिए ‘शिक्षा-विभूषण सम्मान’ से अलंकृत किया गया। इससे पहले प्रोफे० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय को शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2021 में “सम्मान पत्र’ से सम्मानित किया था।

बलिया में जन्मे प्रोफेसर पाण्डेय को शिक्षा के क्षेत्र में किये गए अमूल्य योगदान के लिए ‘वेस्ट फैकल्टी फार टीचिंग इनोवेशनस’, ‘सर्टिफिकेट आफ कमिटमेंट’, ‘एक्सीलेंस इन टीचर अवॉर्ड’, ‘इंस्पिरेशनल टीचर अवार्ड‘, ‘इनोवेटिव फैकेल्टीअवार्ड’, ‘बेस्ट टीचर अवॉर्ड’ , ‘ग्रामीण पत्रकारिता प्रसस्ति-पत्र’, ‘पूर्वांचल ग्रामीण पत्रकारिता प्रसस्ति-पत्र’ आदि पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। ज्ञातव्य है कि प्रोफेसर पाण्डेय की अब तक 6 पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। पांच पुस्तकों में आलेख प्रकाशन, 24 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। प्रोफेसर पाण्डेय अभी तक 35 से अधिक राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठियों में शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता गुप्तेश्वर नाथ पाण्डेय, अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य और पत्नी डॉ० सुनीता पाण्डेय, कुलसचिव, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ को दिया। इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय के मुख्य नियंता डॉ.दिनेश कुमार सिंह, डॉ० अनुराज सिंह,प्रो० अरुण यादव, प्रो० एस०एन० सिंह, डॉक्टर रामदुलारे, डॉ.त्रिनाथ मिश्र, संजय श्रीवास्तव, अमितेश सिंह आदि प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने बधाइयां दीं हैं।

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