गाजीपुर । विद्युत कर्मियों की हड़ताल से जनपद की आधी से अधिक आबादी अंधेरे में है।प्रशासन के दावे और इंतजाम हवा हवाई साबित हुए हैं। सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी के एक पोस्ट डालते ही सैकड़ों शिकायतें दर्ज हो जा रही हैं। आपूर्ति जिस तरह से धराशायी हुई है वह नियंत्रण में आती नहीं दिख रही।हवाई बयान बाजी से लोगों की परेशानियों को दूर नहीं किया जा सकता।बहुत लोग तो यह मान चुके हैं कि उन्हें बिजली तभी मिलेगी जब हड़ताल समाप्त होगी।
दूसरी तरफ प्रशासन ने शनिवार को विद्युत विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल के दृष्टिगत जनपद में विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से बनाये रखने हेतु जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (जिला इमरजेन्सी आपरेशन सेन्टर) कलेक्ट्रेट में स्थित कन्ट्रोल रूम को क्रियाशील करने का दावा किया है। जिसका दूरभाष नं0- 0548- 2224041 है। इसके साथ ही बिजली की समस्याओं का समाधान करने के लिए टोल फ्री 1912 एवं बिजली विभाग कंट्रोल रूम नं 9453047253 पर फाल्ट संबंधी शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा दी है।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने बताया है कि शान्ति व्यवस्था व जनपद में विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से बनाये रखने हेतु अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती शिफ्टवार की गयी है। जिसमे सुबह 06.00 बजे से दोपहर 02.00 बजे तक गजाधर सिंह, चकबन्दी अधिकारी,मो0नं0 9935794803 के साथ सहयोगी कर्मचारी अरविन्द कुमार प्रबन्ध लिपिक अभिलेख कक्ष(माल), मो0नं0-8433300998 एवं अनिल कुमार कुशवाहा, प्रति लिपिक सम्बद्ध वाद लिपिक कलेक्ट्रेट गाजीपुर मो0नं0- 9415357189 है। दोपहर 02.़00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक शिवनाथ पाण्डेय, चकबन्दी अधिकारी गाजीपुर मो0नं0- 9140262579, के साथ सहयोगी कर्मचारी प्रशान्त कुमार गुप्ता, एसीआरए कलेक्ट्रेट गाजीपुर मो0नं0- 9598053543,एवं शिवचन्द सिंह यादव, एसीआरए कलेक्ट्रेट गाजीपुर मो0नं0- 7565915946 है। रात्रि 10.00 बजे से प्रातः 06.00 बजे तक नरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, मो0नं0- 8299654714 के साथ सहयोगी कर्मचारी अनिल कुमार श्रीवास्तव वाद लिपिक कलेक्ट्रेट गाजीपुर मो0नं0- 9451602022 एवं तारिक प्रबन्ध लिपिक अभिलेख कक्ष(माल) मो0नं0- 9889795173 की तैनाती अग्रिम आदेश तक की गयी है।
उन्होने निर्देश दिया है कि यह आदेश तत्काल प्रभावी होगा ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारी/कर्मचारी अपने तैनाती अवधि में समय से उपस्थित होकर कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे तथा नियंत्रण कक्ष में रक्षित पंजिका में प्राप्त शिकायतों/सूचनाओं को अंकित करते हुए उसका निराकरण संबंधित से करायेंगे।