संगठन की सुनी जाती है आवाज

गाजीपुर। डॉ. इकबाल अंसारी के आवास पर पसमांदा मुस्लिम महाज की बैठक रविवार को हुई। जिसमें पसमांदा समाज के संगठन निर्माण के लिए चर्चा की गई। बैठक की शुरुआत करते हुए डॉ. इकबाल अंसारी ने कहा कि देश के संसाधनों एवं सामाजिक न्याय में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए संगठन की आवश्यकता है। संगठन का उद्देश्य सत्ता तक पहुंच से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है अपने हक एवं सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करना।
युवा साहित्यकार मनोज कुमार यादव ने कहा कि समाज के पीड़ित लोगों को निश्चित रूप से संगठित होना चाहिए। यदि व्यक्तिगत आवाज दब भी जाती है तो संगठन की आवाज सुनी जाती है।
अमेरिका सिंह यादव ने कहा कि कोई भी संगठन तभी सफल होगा जब उसकी पहुंच जनसामान्य तक होगी।
समकालीन सोच के संपादक राम नगीना कुशवाहा ने कहा कि संगठन बनाने के लिए हमें जाति से मुक्त होना होगा, जातियों पर बने संगठन जाति विशेष तक ही सीमित रहते हैं जबकि संगठन का वृहत्तर उद्देश्य सामाजिक न्याय का होना चाहिए। इसी क्रम में डॉ0 अकबरे आजम ने कहा कि संगठन सिद्धांत एवं व्यवहारिक दोनों स्तरों पर काम करना चाहिए।
सहादत हसन मंटो ने कहा कि संगठन का उद्देश्य बटना नहीं एकजुट होना है।
इस अवसर पर डॉ0 निरंजन कुमार यादव, फय्याज अहमद, मुहर्रम राइनी, नंदलाल गिरी, हारुन मोहम्मद, आदिल, सोनू एवं परमानंद यादव ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन पसमांदा पहल पत्रिका के संपादक डॉ0 इकबाल अंसारी एवं अध्यक्षता फैयाज अहमद ने किया।

Check Also

राजस्व वसूली पर ध्यान दें अधिकारी

                              …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *