कांग्रेस ने एलआईसी-एसबीआई को घेरा

गाज़ीपुर। केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर जिला कांग्रेस कमेटी ने स्थानीय शहर कोतवाली क्षेत्र के महुआबाग स्थित एलआईसी का घेराव कर नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में मिश्रबाजार स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा के सामने धरना प्रदर्शन कर सरकार को अडानी ग्रुप को गलत तरीके से राष्ट्रीयकृत बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों द्वाराऔर एलआईसी में जमा जनता के पैसे से आर्थिक फांयदा पहुंचाने के आरोप में धरना प्रदर्शन किया। एसबीआई के सामने राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक जिलाधिकारी के प्रतिनिधि मजिस्ट्रेट के हवाले से दिया। जिसमें हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से निष्पक्ष जांच कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाकर जांच की मांग की है।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि आम लोगों की जिंदगी भर की कमाई डूब रही है, जिससे आमआवाम चिंतित है, ऐसे में कांग्रेस कैसे चुप रहेगी, आज सरकार के दबाव में अडानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 80000 करोड़ रुपए बकाया है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी खास भारतीय कारपोरेट घराने के खिलाफ नहीं रही है, लेकिन हम क्रोनी कैपिटलिज़्म (घोर पूंजीवाद) के खिलाफ हैं, हम चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम बदलने वाली सरकार और उच्च पदस्थ लोगों के विचार के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि भारत की आम जनता के लिए आज कांग्रेस सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ रही है और अंतिम दम तक लड़ती रहेगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार आज अपने पूंजीपति दोस्त अडानी को देश का पैसा लूटने में अहम सहयोग दे रही है। आज देश की दो प्रमुख संस्थाए एसबीआई और एलआईसी की गिरती माली हालत किसी से छिपी नहीं है। आम लोगों की जिंदगी भर की कमाई आज खतरे में है। ऐसे में हमेशा गरीबों और किसानों व्यापारियों के मुद्दों पर बात करने वाली कांग्रेस पार्टी चुप कैसे रह सकती है।

इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष मार्कंडेय सिंह ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश ने भारत के निवेशकों के 29 करोड़ पालिसी धारकों और निवेशकों का 35060 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है भारतीय स्टेट बैंक और अन्य भारतीय बैंकों ने अडानी समूह को भारी मात्रा में नियम के विरुद्ध ऋण दिया है अडानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 80 हजार करोड़ रुपए बकाया है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश सचिव जनक कुशवाहा , पूर्व प्रदेश सचिव रविकांत राय, पूर्व शहर अध्यक्ष शफीक अहमद, पीसीसी सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव, आशुतोष गुप्ता, मुसाफिर बिंद, ज्ञान प्रकाश सिंह मुन्ना , हरिवंश चौहान एवं हामिद अली एडवोकेट, राजीव सिंह, मंसूर जैदी, संदीप विश्वकर्मा, दिव्यांशु पांडे, उषा चतुर्वेदी, हिमांशु श्रीवास्तव , मनीष राय, अनुराग पांडे , देव नारायण सिंह, सती राम सिंह, युसूफ जमाल जैदी, जफरुल्लाह अंसारी , हर्ष पांडे, विपुल विनायक,गायत्री गुप्ता, रईस अहमद, रतन तिवारी आलोक यादव, बृजेश पासवान,सदानंद गुप्ता, राकेश राय, माधव कृष्ण, इरफान खान , विनोद कुमार सिंह, शशिभूषण राय, विद्याधर पांडे, संजय सिंह ,अवधेश साहू ,छोटूराम, कैलाशपति कुशवाहा, मोहम्मद आसिफ, गयासुद्दीन अंसारी, जितेंद्र कुमार बिंद ,वीरेंद्र कुमार राय ,विभूति राम ,कमरुद्दीन जहीर अमीन, लाल मोहम्मद अक्षय कुमार बिंद ,अजय दुबे, संजय गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।

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