सड़कों पर न मिले गोवंश

गाजीपुर । निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना, क्रियान्वयन तथा संचालन प्रबन्धन हेतु जिला स्तरीय समिति की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में रायफल क्लब सभागार में हुई। जिलाधिकारी ने उपस्थित पशु चिकित्सकों एवं खण्ड विकास अधिकारियों से अब तक कितने पशुओं को चिन्हित कर पशुपालकों को सुपुर्द किए गए हैं एवं कितने पशुओं को आश्रय स्थल में रखा गया है एवं कितने गोवंश आश्रय स्थल बनाये गये गये की जानकारी ली। उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि सहभागिता योजना में जरूरतमंद परिवारों में दुधारू पशुओं की सुपुर्दगी की जाये तथा उसका समय से भुगतान भी किया जाय।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि अबतक 57 स्थायी/अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल बनाये गये है जिसमें कुल 8130 पशु संरक्षित किये गये है तथा 960 पशुओं का सहभागिता योजना में जरूरतमंद परिवारों को दिया गया है।
जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि गो-आश्रय स्थलों पर पशुओं की बराबर वेरिफिकेशन किया जाय। जहां-जहा चारागार की जमीने चिन्हित की गयी हैं वहां पशुओं के लिए हरे चारे उगाये जायें। सभी पशु चिकित्साधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी एक अभियान चलाकर छुट्टा पशुओं को संरक्षित करें किसी भी दशा में कोई भी पशु सड़कों या रास्तों में विचरण करते न पाये जायें अन्यथा आप इसके स्वयं जिम्मेदार होंगे।
यदि किसी पशु के मृत्यु के बाद भी उसका भुगतान किया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही तय है। उन्होने निर्देश दिया कि सहभागिता योजना के तहत पशुपालकों में दिये जाने वाले भुगतान समय से किया जाये। इसमे लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। पशुओं को हरा चारा, पानी समय से टीकाकरण किया जाय साथ ही गोआश्रय स्थलों पर पानी, साफ-सफाई की व्यवस्था रखी जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, परियोजना निदेशक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/पंचायत एवं अन्य सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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