मानसिक स्वास्थ्य पर देश खर्च कर रहा काफी कम

गाजीपुर। स्वामी सहजानंद पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग की ओर से मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने हेतु सुझाव दिए गए। कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर कंचन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो जीवन के सभी क्षेत्र के लोगों को प्रभावित करती है तथा दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग किसी न किसी प्रकार की मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं । डॉ कंचन सिंह ने कहा कि दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बावजूद भारत ने हाल के वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य पर अपने स्वास्थ्य बजट का 0.05 प्रतिशत ही खर्च किया है। जो काफी कम है । जबकि अपने नागरिकों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार है । डॉक्टर कंचन सिंह ने कहा कि “जीवन के अधिकार की व्याख्या केवल सांस लेने या जीवित रहने के कार्य के रूप में नहीं बल्कि जीवन की गुणवत्ता और मानवीय गरिमा के रूप में है”। इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन करते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर सुश्री तूलिका श्रीवास्तव ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हम सब का अधिकार है इसे हमें समझना होगा तथा मानसिक रोग से ग्रस्त किसी व्यक्ति के साथ भेदभावपूर्ण रवैया न अपना कर उन्हें इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में उनका सहयोग करना होगा । तभी हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं । इस अवसर पर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नितिन राय , डॉक्टर प्रमोद कुमार श्रीवास्तव , डॉक्टर कृष्णकांत दुबे , डॉक्टर राकेश पांडे , सन्नय सिंह , डॉ विशाल सिंह , अरविंद यादव , अजय सिंह आदि ने अपने-अपने विचार रखे तथा विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में नीतिश जायसवाल , अशोक यादव , अचला राय , साधना कुशवाहा , अमृता राय , मरजीना , शीर्षदीप शर्मा , आर्यन तिवारी , अरुणोदय , इत्यादि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया ।

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