कर्मचारियों का बंद हो उत्पीड़न, क्षेत्रीय प्रबंधक का हो स्थानांतरण

रोडवेज कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद हो
गाजीपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर पत्रक सौंपा। आरोप लगाया कि गाजीपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा आए दिन कर्मचारी को प्रताड़ित किया जा रहा है व गाली गलौज दिया जाता है। जिससे परेशान उमेश तिवारी कनिष्ठ लिपिक हृदय रोगी हो गए।16 सितंबर को हार्ट अटैक के कारण निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। नियाज अहमद दिनांक 5 सितंबर को स्टेशन परिसर में ही मृत पाए गए। अजय कुमार सिंह संविदा चालक 7 सितंबर को कार्यशाला परिसर में बस के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिए। दया पाल कनिष्ठ लिपिक को 18 सितंबर को बस स्टेशन परिसर में कर्मचारियों,यात्रियों व हमराहियों के बीच सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा गाली गलौज एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जा रहा था,जिससे उक्त कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया। जिसको लेकर रोडवेज कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। जिसको लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा मांग पत्र अतिरिक्त उप जिलाधिकारी नवीन को प्राप्त कराया गया। जिलाधिकारी से मांग पत्र पर वार्ता किया गया कि उपरोक्त प्रकरण में उच्चस्तरीय जांच कराते हुए,दोषी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के ऊपर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया जाए। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के स्थानांतरण के लिए अर्ध शासकीय पत्र निर्गत किया जाए। क्योंकि रोडवेज कर्मचारियों के साथ और भी तरह के अप्रिय घटना घट सकती है। जिलाधिकारी द्वारा जांच टीम गठित कर दिया गया और प्रतिनिधिमंडल को अस्वस्थ किया कि जांचों उपरांत दोषी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी ।
प्रतिनिधि मंडल में दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, अरविंद कुमार सिंह, ओंकार नाथ पांडेय,राकेश पांडेय, सुभाष सिंह,मांधाता सिंह,अभय सिंह जयप्रकाश सिंह, दया पाल, संतोष, अमित आदि लोग मौजूद रहे।

Check Also

राजस्व वसूली पर ध्यान दें अधिकारी

                              …